चलिये आज बात की जाये उनकी, जिनके पास अभी गूगल एडसेंस का खाता सक्रिय है, विज्ञापन तो आते हैं लेकिन ज़्यादातर सार्वजनिक सेवा के। ऐसे विज्ञापन जिनसे आमदनी नहीं होती। अधिकतर व्यक्ति गूगल को उसकी सर्च इंजिन सेवा के नाम से जानते पहचानते हैं। जैसा कि मैंने देखा है, हिंदी ब्लॉग जगत में अधिकतर सक्रिय गूगल एडसेंस खाताधारक सर्च इंजिन का प्रयोग ना के बराबर करते हैं। वे जानते ही नहीं कि गूगल की इस सेवा से भी आमदनी होती है! कहा जाता है कि दुनिया में कोई भी वस्तु मुफ्त नहीं मिलती। आप सभी जानते हैं कि गूगल की लोकप्रिय सेवायें ‘मुफ्त’ में प्राप्त होती हैं। जबकि गूगल उनसे अरबों रूपये कमाता है। एडसेंस ही उसे कुल राजस्व का 30% हि्स्सा देता है। जिसमें अच्छा खासा हिस्सा सर्च से आता है। गूगल की पिछली तिमाही के नतीजे देखिए। यही प्रतिशत आप अपने खाते में मान कर चलिए!

अब देखा जाये कि इस सर्च इंजिन बॉक्स को अपने ब्लॉग पर लगाया कैसे जाये। इस वक्त गूगल एडसेंस खाते में लॉगिन किये जाने पर और फिर Adsense Setup वाली टैब पर क्लिक किये जाने पर जो स्क्रीन दिखायी देती है उस पर है  Adsense for Search, उसमें साफ साफ लिखा गया दिखता है कि Offer your users site search or web search while earning revenue from ads relevant to their search terms मतलब, अपने उपयोगकर्ताओं को, खुद की साइट या पूरे इंटरनेट पर, सर्च का प्रस्ताव दें। साथ ही साथ उनके द्वारा खोजे जा रहे शब्दों के लिए प्रासंगिक विज्ञापन देते हुये,  राजस्व अर्जन करें। इसी वाली लिंक को क्लिक कर आगे बढ़ा जाये तो जो पृष्ठ खुलता है उसमें सबसे पहले दिखता है Search Type: Choose whether you want users to search your site, a collection of sites, or the web. (सर्च का प्रकार: आप उपयोगकर्ता को मात्र एक साईट, चुनी हुयी साईटों या पूरे इंटरनेट पर सर्च की अनुमति देंगे)
अब यदि आप मात्र अपनी साईट/ साईट्स या किन्हीं चुनिंदा साईट्स पर सर्च की अनुमति देना चाहते हैं तो Only sites I select वाले रेडियो बटन पर क्लिक करें। पूरे इंटरनेट पर सर्च की अनुमति देना चाहते हैं तो The entire web वाले रेडियो बटन पर क्लिक करें। यदि आप Only sites I select का चुनाव करते हैं तो संबंधित साईटों का मूल URL अगले बॉक्स में देना ही होगा। यदि The entire web का चुनाव करते हैं तो यदि चाहें तो अपनी साईट से संबंधित, महत्वपूर्ण शब्दों की सूची,  अंग्रेजी -हिंदी किसी भी भाषा में, अर्धविराम से अलग करते हुये दे सकते हैं। कुछ अरसा पहले गूगल दोनों का चुनाव करने की सुविधा देता था।
आगे बढ़ते हैं तो Site language आती है जिसमें आपकी साईट की प्राथमिक भाषा का चुनाव करने को कहा जाता है (Select your website’s primary language) इसे मूल रूप में English ही रहने दें। 
फिर है Your site encoding, भारतीय भाषायों के लिये इसे Unicode (UTF-8) कर लें। यदि कोई संशय हो तो उसे वैसा ही छोड़ दें। 
फिर बारी आती है Country or territory for Google domain की जिसमें सर्च परिणाम के लिए किसी खास देश के गूगल डोमेन चुनने को कहा जा रहा। मेरे अनुभव से भारतीय भाषायों के लिये इसे India रखना बेहतर है। 
इससे आगे है Custom channel जिसे मैं, पूरे एडसेंस में बेहद मह्त्वपूर्ण मानता हूँ। फिलहाल ब्लॉग के मामले में इतना ही कहूँगा कि यदि आप एक एडसेंस खाते के कोड को अन्य ब्लॉग में भी प्रयोग कर रहे हैं तो जिस ब्लॉग पर यह सर्च इंजिन बॉक्स लगाने जा रहे हैं, इसी नाम का एक Add New Channel पर क्लिक कर, एक चैनल बना लें। अगर पहले से बना हुया है तो ड्रॉप-डाऊन से उसे चुन लें। इससे लाभ यह होगा कि आप रिपोर्ट देख कर जान पायेंगे कि इस सर्च बॉक्स से कितनी आमदनी हुयी। Safe search को यदि आप चुनेंगे तो, आने वाले सर्च परिणाम हिंसा, अश्लीलता आदि से मुक्त परिणाम दिखायेंगे।
इससे आगे हैं सर्च इंजिन का रंग रूप का चुनाव Look and Feel , आप जैसा चाहे वैसा रूप चुन लें। मेरे ख्याल से मूल, पहला ही ठीक है। 
फिर बारी आती है सर्च बॉक्स की लम्बाई Text Box Length की, वह आप अपनी आवश्यकतानुसार कम ज़्यादा कर सकते हैं। 
आगे आपको मिलेगा Opening of search results page चुनने का अवसर, मतलब आप अपने सर्च परिणाम को कहाँ दिखाना चाह्ते हैं? उसी पृष्ठ पर (Open results on Google in the same window), अलग से खुलने वाले पृष्ठ पर (Open results on Google in a new window) या फिर अपने खुद की साईट पर (Open results within my own site)। मेरे अनुभव से आप अपने ब्लॉग के लिए प्रथम दो में से कोई सा भी चुन सकते हैं। यहीं आप रंग संयोजन भी कर सकते हैं Palettes के द्वारा।
फिर अंत में है सर्च कोड प्राप्ति, Get Search Code जिसमें आप गूगल के नियम को मानने की बाध्यता के बाद अपने सर्च बॉक्स को कोई नाम देते हुये सहेजेंगे Submit and get code और फिर अगले पृष्ठ पर आपको लिखा मिलेगा Paste this code in the page where you’d like your search box to appear नीचे ही होगा एक हलके से रंग का बॉक्स जिसमें आपके सर्च बॉक्स का HTML कोड होगा उसे कॉपी करें और अपने ब्लॉग पर लगा लें।
ब्लॉग पर लगाने के लिये Layout टैब के तहत,  Page element पर Add a Gadget क्लिक करें HTML/ JavaScript चुनें, एक शीर्षक देते हुये, निचले बड़े से खाली दिख रहे बॉक्स में वह कोड डाल कर सहेज लें। फिर उसे मनचाहे स्थान पर घसीट लें (Drag),   पूर्वालोकन preview करे और सहेज लें। फिर ब्लॉग को अलग से जीवंत देखें। 
यदि इसके पश्चात किसी तरह के रंग, रूप, आकार में फेरबदल की आव्श्यकता पड़ी तो मात्र एडसेंस खाते में Manage Ads में संबंधित नाम वाले लिंक पर Edit code क्लिक कर फेरबदल करें, सहेजें। ब्लॉग में सर्च कोड में कोई छेड़छाड़ ना करें सिवाय स्थान या शीर्षक बदलने के। शीर्षक आप ब्लॉग पोस्ट के हिसाब से रोजाना भी बदल सकते हैं। कोड अपने आप ही अपडेट हो जायेगा।
ये तो था एक सर्च इंजिन बॉक्स का मानक निर्माण। अब बात आती है व्यवहारिकता की। गूगल की शर्तों के अनुसार आप अधिकतम दो सर्च बॉक्स अपने ब्लॉग/ साईट पृष्ठ पर लगा सकते हैं। 
ब्लॉग के मामले में मेरा अनुभव यह कहता है कि ब्लॉग पर पहली पोस्ट के ऊपर तथा ब्लॉग के सबसे नीचे सर्च इंजिन बॉक्स का लगाना फलदायक होता है। उस पर भी आपके सर्च इंजिन बॉक्स के शीर्षक, ब्लॉग की विषयवस्तु से मेल खाते हों, आने वाले को उकसाते हों तो सोने पे सुहागा! उदाहरण के लिये आप प्रिंट मीडिया पर ब्लॉग चर्चा या अदालत ब्लॉग देख सकते हैं।
ध्यान रहे कि आपके ब्लॉग पर आ कर, आपके सर्च बॉक्स के द्वारा सर्च किये जाने पर, कोई  उपयोगकर्ता जब तक सर्च परिणाम वाले पृष्ठ पर दिये गये  विज्ञापन पर क्लिक नहीं करेगा, तब तक आपको किसी तरह की आमदनी नहीं होगी। 
अपने ब्लॉग पर आप कब लगा रहे हैं आमदनी के इस अल्प ज्ञात साधन, गूगल सर्च बॉक्स को?
मैं बी एस पाबला
छत्तीसगढ़ के दल्ली राजहरा में जनम व पालन पोषण
भिलाई इस्पात संयंत्र में सेवारत
हिंदी से बेहद लगाव
इलेक्ट्रॉनिक्स सहित कई तकनीकों में रुचि
फिलहाल हिंदी ब्लॉगिंग में 6 वर्ष से सक्रिय